..शेरोळी..
शीर्षक- आला प्रीतीला बहर
१)चांदण्या रातीला
आला प्रीतीला बहर
इतना हसीं मेरा साजन
उस पे से हटती नहीं नज़र
आला प्रीतीला बहर
इतना हसीं मेरा साजन
उस पे से हटती नहीं नज़र
२) रात्र चांदण्याची
बहरून आली खास
हाथ हाथों में लेके मेरे
हमदम रहना हमेशा पास
बहरून आली खास
हाथ हाथों में लेके मेरे
हमदम रहना हमेशा पास
३) चांदण्या राती नभी
सजली चांदण्यांची आरास
सारे जहां में सिर्फ तुम हो
सनम मेरे लिए सबसे खास
सजली चांदण्यांची आरास
सारे जहां में सिर्फ तुम हो
सनम मेरे लिए सबसे खास
४)चांदण्या राती मनात
ठसली अवखळ साजणी
हुस्न-ए-यार का ऐसा की
फिकी पडे आसमान की चाँदनी
ठसली अवखळ साजणी
हुस्न-ए-यार का ऐसा की
फिकी पडे आसमान की चाँदनी
५) चांदण्या रातीला घेतला
सख्याने हातात हात
हमनवा मेरे बनके हमदर्द
हमसफर देना मेरा साथ
सख्याने हातात हात
हमनवा मेरे बनके हमदर्द
हमसफर देना मेरा साथ