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परकाया भाग ७४

in this part richa is telling what happend to her

परकाया भाग ७४

क्रमश : भाग ७३

वसू “मै घुस्सा होगयी .. परेशान  थी .. आँखोंसे पानी रुकनेका  नाम हि नहीं ले रहा था.. सुबह से मैने पानी भी नहीं पिया था .. मुझे वही पर चक्कर आगयी और वही मैं बेहोष हो गयी । जब होश आय गया तो आय वॉज इन हॉस्पिटल .. किसीने मुझे ऍडमिट करवाया था ।

होश मध्ये आल्यावर मी हॉस्पिटल चे बिल पे केले .. तेव्हा मला समजले आय एम प्रेग्नन्ट ..शॉक से ज्यादा मैं खुश हो गयी ।

वहा से  मै घर आ गयी और सामान बांधने लगी .. मी ठरवून टाकले होते कि मी या बाळाला  जन्म देणार .. भले अरमान माझ्याशी लग्न करो किंवा नको करू दे .. हे बाळ मला आयुष्य जगायला मदत करेल .. आणि या सगळ्यातून मी बाहेर पडेन असे मी ठरवून टाकले होते

समान पॅक करने के बाद मैं मम्मा के पास  हमेशा के लिये जाने वाली थी .. तभी मुझे सौम्या ने बताया कि अरमान आज रात को पब में  आने  वाला है 

अरमान का नाम सुनतेही मेरे मन में  आया .. आज कि जगह कल चली जाऊंगी .. आज रात को उसे एकबार  मिलके बाता दूंगी कि वो बाप बनने वाला है ..

और मैं रात को अच्छा सा  ड्रेस पहनके बाहर निकलनेही वाली थी कि मुझे वसू ने दिया हुआ उसका  दुपट्टा दिखा .. मैने दुपट्टा मेरे साथ रख दिया और पब में आयी .. आज मैने जान  बुझके  ड्रिंक्स लिया नहीं .. प्रेग्नेंट जो थी मैं "

दो बजे अरमान आया .. मै उपर गयी .. वहा पर राजीव अरमान के बाजू में बैठा था "

राजीव "  मॅडम .. तो हो गयी शादी ? " और जोर जोरसे हसने लगा

रिचा " तुझे क्या करना है .. तू अपने काम से काम रख .. चल फूट यहांसे मुझे उससे अकेलेमे बात करनी है "

राजीव ने अरमान को मेरे बारे कुछ कह कर या शायद कुछ गलत व्हिडीओ दिखाकर भडकाया था .. इसलिये अरमान शादी करने नहीं आया

रिचा " अरमान .. येह क्या बात हुई .. एक बार मुझेसे बात तो करनी  चाहिये थी  ना  ?"

अरमान " क्यू ? तू वोह बिझनेस मॅन के पास मुझे बता कर गयी थी क्या ?"

रिचा " ओह शट अप अरमान .. कोई कुछ भी बोले और तू मानेगा "

अरमान " मेरा आज तुझसे झगडा करनेका जरा भी  मूड  नहीं है .. प्लिज चली  जा "

रिचा " ठीक है .. मै जाने हि वाली हूं .. बाय .. मैं हमेशा केलीये चंदीगड जा रही हूं "

अरमान " व्हॉट .. पागल वहा जाके क्या  करेगी तू ?"

रिचा " यहाँ रहके भी क्या कर रही हू .. अरमान आय एम  प्रेग्नन्ट .. ये बात मुझे आज मालूम हुई .. मैं अपने बच्चे को बढाना चाहती हूं "

अरमान " काय बकवास कर रही हैं .. ये मेरा बच्चा नहीं हैं "

रिचा " ठीक है .. मेरा तो है ना .. अँड माय डिसिजन इज  फायनल "

अरमान " देख .. इस  बात को यही खतम कर दे .. बाद में तू मेरा करिअर बरबाद केरेगी "

रिचा " तुने तो मेरे प्यार को कभी समजा हि नहीं .. अगर समझता तो ऐसे बात नहीं करता .. खैर .. ऑल दि बेस्ट फॉर युअर करिअर .. बाय टेक केअर "

मै और अरमान बात कर रहे थे के   मेरे हात पर कुछ  चुभा .. शायद किसीने मझे इंजेक्ट किया था .. और वही पर मैं बेहोष होने लगी .. शायद मेरी बॉडी एकदम हेवी होने लगी .. और मै वही पर जमीन पर गीर गयी .. "

फिर मुझे ऐसा लगा कि मुझे किसीने उठाकर गाडी में डाला है .. और मुझे कौन कहा लेके जा रहा हैं .. कुछ मालूम नहीं पड रहा था ..

वहा मैं  जब  थोडी होश मी आयी  तो वहा राजीव दिखाई दिया .. मै धीरे से कार से उतर कर भाग ने लगी .. मै भागते भागते एक आम के पेड  के पास आयी ..

वही पे एक कुवाँ था .. मैं उसके पीछे छिप गयी .. उतनेमे .. राजीव का बॉडी गार्ड आया और उसने मुझे एक जोर से थप्पड लगायी .. मैं वही कोलॅप्स होने वाली ठी के उसने मेरा गला दबाना शुरु किया .. ऊसके सामने मेरी ताकद कम हो रही थी .. मेरे गेले में वसू का रेड कलर दुपट्टा  था .. उसने वो फेक दिया .. तो वो पेड पर जा अटका .. उसने मेरे पैरो पे एक पथ्थर बांधा और नीचे पानी में फेंक दिया ..

पानी में पथ्थर गिरने कि जोर से आवाज हो गयी .. उसमे मेरे चिखने कि आवाज कहीं खो गयी और मैं ..पथ्थर कि वजह से नीचे नीचे पानी के नीचे गयी .. एकेक सांस लेने में मुझे परेशानी हो रही थी ..

कुछ देर के बाद .. एकदम शांत .. स्थिर हो गयी .. जिने के लिये जो तडफ रही थी वोह तडफ बंद हो गयी .. कैसे वैसे मै पानी  के उपर आयी .. और वॉल से चढके कुए से बाहर आयी .. मै खुद परेशान थी के मै बच कैसे गयी? .. मै जिंदा कैसे हूं ? .. मैने खुश होके अपने पेट पे हात रखा .. मै बच गयी हू इसका मतलब मेरा बच्चा भी सेफ हि होगा ..

मै  दुपट्टा निकाल ने एक लकडी को  उठा ने लगी तो मै लकडी को स्पर्श हि नहीं कर पा रही थी ..

मी एकदम आश्चर्य चकित झाले कि मी काठी उचलू का शकत नाहीये .. माझ्या बरोबर हे असे काय विचित्र होतंय .. .. तभी मुझे पता चला मैं मर गयी हूं और मेरा शरीर अब पानी में  है और  अदृश्य शरीर के साथ मैं खडी हूं .. जो कि अपने आप कुछ भी नही कर सकता

वह पर एक  तितली थी  मैने उसमे प्रवेश किया और उडते उडते कैसे भी करके मैं  घर आयी .. वसू  के घर के दरवाजे के उपर बैठी रही .. मेरे साथ क्या हुआ है वोह मैं उसे कहना चाहती थी .. जब यह दोनो बाहेर से आये तो मैं उनके पीछे पीछे उनके घर में उनके घडी पर बैठी रही ..

मेरा बच्चा मार दिया ऊन लोगोने .. मेरा बच्चा जिसके सहारे मै अपना जीवन जिने के सपने देख रही थी .. मम्मा .. मेरे बच्चे ने उनका क्या बुरा किया था .. मै  तो शादी के लिये भी नहीं  बोल रही थी .. आणि वसू मधली रिचा हात पाय जोर जोरात हलवत रडू लागली .. आणि अचानक वसू  अग्रेसिव्ह झाली

“मी सोडणार नाही .”. बेड वर उठून बसली .. सरांच्या डोळ्यात डोळे  घालून .. “ज्यांनी माझ्या बाळाला आणि मला मारलंय त्याला मी सोडणार नाही .. मेरा बच्चा मुझे चाहिये  .. जो पानी में डूब के मेरे साथ मर गया .. छोडुंगी नहीं .. एकेक को पकड के मार दूंगी "

सर "   शांत हो .. एकदम शांत हो .. हे बघ तुला ज्याने मारले तो राजीव तर मरून गेलाय .. आता काय ? आता का तू हे शरीर सोडत नाहीस .. वसू  ला वसू चे आयुष्य आहे .. तू तिला मोकळी कर "

रिचा " नाही .. वसू  ची पण हालत माझ्या सारखीच आहे .. तिच्या वर कोणी प्रेम करत नाही .. ती एकटी आहे .. तिचा जय दुसऱ्यावर प्रेम करतोय "

रिचा ची आई " छुट है बेटा .. उसके  जीतना प्यार को कोई भी नही करता .. तुझे कुछ  गलत फैमि हो गयी है "

रिचा " नहीं .. मैने अपने आँखोंसे देखा है .. वो दुखी है "

जय तेवढ्यात धावत रूम  मध्ये आला नि वसू  ची डायरी तिला दाखवू लागला

जय " हि बघ ..  वसूची आताची डायरी .. वसू  माझ्या  बरोबर खुश आहे ..  मी तिच्या वर खूप प्रेम करतो .. लहान पणा पासून .. प्लिज माझी वसू मला दे "

रिचा " नाही .. मैं उसको मेरे साथ लेके जाऊंगी .. मैं उसकी हर खुशी का ख्याल रखूंगी "

जय " तू एकवार यह डायरी तो पढ .. देख समीरा अँड राहुल ये दोनो प्यार करते है एक दुसरे से .. मुझे मेरी वसू दे दे प्लिज "

सर " देखो .. तुम्हे ये शरीर तो छोडना हि पडेगा .. ऐसे किसे दुसरे की शरीर में नही रह सकती "

रिचा " मुझे अरमान से बात करनी  है "

सर " मैं तुझे अरमान से बात करवूंगा .. तेरे भाई से भी तुझे मिलवाउंगा लेकिन तुझे एक वादा करना होगा .. अरमान से बात करने के बाद तू वसू  को मुक्त करेगी हमेशा हमेशा के लिये छोड के चली जाएगी "

रिचा " नहीं .. नहीं " ती डोळे मोठे करून सरांना तिची ताकद दाखवायचा प्रयत्न करत होती "

सर " तो फिर तुझे भगवान भी मदत नहीं करेंगे .. तुझे  अगला जनम अच्छा नहीं मिलेगा .. तेरे स्वार्थ के लिये तू एक मासूम कि जान ले रही है "

रिचा " मेरा बच्चा भी तो मासूम था .. उसपर किसीने दया नही दिखाई "

सर " लेकिन उसमे दोष वसू और जय का है क्या .. तू वसू  को परेशान कर रही है .. अभि अभि उन  दोनोंकी शादी हुई है .. तू उनके बीच में अपने स्वार्थ के लिये आ रही है "

रिचा " मेरी दोस्त है वो .. उसे मैं खुश रखना  चाहती हूं "

सर " ये तेरा वहेम है .. वोह अपने पती के साथ खुश है .. तू उसे छोड दे "

रिचा ची मम्मा " सर बरोबर बोल रहे है बेटा .. और मैने अपने ओंखोसे देखा है .. जय उसके पत्नी से प्यार करता है "

जय "देख रिचा वसू  भी यही चाहती थी  कि तू अच्छे से लाईफ जी ले .. और अब तू हि वसू को उसकी अपनी लाईफ  जिने नही दे रही है "

रिचा जय च्या एकदम जवळ जाऊन .. डोळ्यात डोळे घालून .. तू खोटे बोलतोय .. तू दुसऱ्या मुली बरोबर लग्न करणार आहेस ना .. तू तिचे लग्न दुसऱ्या कोणाशी तरी लावून देणार आहेस ना .. मला तिने स्वतः सांगितले होते हे "

जय " तो माझा पास्ट होता .. त्यावेळी मला माहित नव्हते मी तिच्यावर प्रेम करतोय .. समीरा बरोबर मी रिलेशन मध्ये होतो तेव्हा .. "

तेवढ्यात समीरा आणि राहुल आत आले

समीरा ला बघून रिचा पुन्हा एकदम एक्ससिटेड झाली .. जोर जोरात बेड वर हलू लागली

समीरा घाबरतच .. एकदम घट्ट राहुल चा हात तिने पकडला होता कारण रिचा ने आलरेडी एकदा राहुल आणि तिच्यावर हमला केला होता

समीरा " हे बघ .. मी ... आणि राहुल .. आता रिलेशन मध्ये आहोत .. तू प्लिज वसू  ला सोडून दे .. त्या दोघांचे एकमेकांवर प्रेम आहे .. प्लिज "

अचानक काय झाले काय माहित .. वसू  एकदम  बेड वर निपचित पडली .. आता तिच्या शरीराची परिसीमा गाठली होती .. ह्याहून पुढे तिच्या शरीराला हा कंपनाचा भार सहन होई ना .. वसू  बेशुद्ध .. आणि रिचा तिच्यात आहे का नाहीये .. काही कळेना ..

जय पटकन पुढे गेला

जय " वसू  .. वसु उठ .. वसू  उठ ... जय तिला गदागदा हलवत होता .. आणि ती मेल्या सारखी निपचित पडली होती ..

सर पण खूप घाबरले .. राघव ला तर घामच फुटला होता

सरांनी व्हेंटिलेटर लावला .. तीला पंपिंग सुरु केले ..

जय तिच्या कानाशी ..” वसू उठ .. वसू  मी वाट बघतोय .. वसू  उठ .. वसू  जय वाट बघतोय तुझी .. वसू  .. तिला तशीच ती मिठीत घेत होता .. तिचे हार्ट बिट्स पण एकदम नसल्या सारखेच ऐकू येत होते .. हळू हळू रक्त गोठल्या सारखी वसू  पांढरी पडू लागली ..

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